Operation Sindoor Debate Loksabha: संसद के मॉनसून सत्र में आज ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में मैराथन बैठक होने जा रही है। इसके लिए सरकार और विपक्ष पूरी तरह से तैयार हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बहस की शुरूआत करेंगे। जानिए विपक्ष की ओर से कौन-कौन चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।
हाइलाइट्स
- संसद के मॉनसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर आज मैराथन बहस
- राजनाथ सिंह करेंगे बहस की शुरुआत, जानिए कौन-कौन बोलेगा
- ट्रंप के मध्यस्थता दावे पर विपक्ष की ओर से उठाए जा सकते हैं सवाल

ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में ये दिग्गज लेंगे हिस्सा
- ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में सोमवार को बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनुराग ठाकुर और निशिकांत दुबे भी चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बहस का इस्तेमाल विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
- टीडीपी के सांसद लावू श्रीकृष्ण देवरायलू और जीएम हरीश बालायोगी भी चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं। पार्टी को बोलने के लिए 30 मिनट का समय दिया गया है।
- विपक्ष की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई, मनीष तिवारी अपनी बात रखेंगे।
- समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी की सुप्रिया सुले और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी बोलने वालों में शामिल होंगे।
- ऑपरेशन सिंदूर पर बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल हुए एनडीए के नेता भी बहस में हिस्सा ले सकते हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों ने अलग-अलग देशों की यात्रा की थी।
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की बड़ी बातें
- ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में सोमवार यानी आज 16 घंटे चर्चा होगी। राज्यसभा में मंगलवार को भी इतनी ही देर तक चर्चा का फैसला लिया गया है।
- ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान, विपक्ष सरकार से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के दावों का मुद्दा भी उठा सकता है।
- इस बीच, विपक्षी INDIA गठबंधन के नेता मॉनसून सत्र के दूसरे हफ्ते की रणनीति पर चर्चा करने के लिए सोमवार को सुबह 10 बजे मिलेंगे।
- विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहस के दौरान मौजूद रहें। पीएम मोदी पिछले हफ्ते दो देशों की यात्रा पर थे।
- किरेन रिजिजू ने बहस से पहले विपक्ष से ‘सदन को बाधित न करने’ का अनुरोध किया है। मानसून सत्र का पहला हफ्ता हंगामें और स्थगन भरा रहा। रिजिजू ने कहा कि अगर संसद नहीं चलती है तो यह देश के लिए नुकसान है।