साल भर से चुप था सिनवार
याह्या सिनवार इजरायल का मोस्ट वांटेड है। गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से ही उसे नहीं देखा गया है। हिजबुल्ला को लिखी चिट्टी से पहले सार्वजनिक रूप से उसका कोई भी बयान अभी तक नहीं आया था। हमास के टेलीग्राम चैनल के मुताबिक मंगलवार को उसने युद्ध के बाद अपना पहला बयान जारी किया, जिसमें अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने को चुनाव जीतने की बधाई दी गई। अगले दिन सिनवार ने उन लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस्माइल हानिया की मौत पर शोक व्यक्त किया था। इसके बाद शुक्रवार को नसरल्लाह को पत्र मिला। इस बात की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है कि क्या वास्तव में सिनवार ने पत्र लिखा था या नहीं।
क्या है पत्र के मायने
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के एक लेखक और विश्लेषक मुहम्मद शेहादा ने कहा, ‘वह पत्र के जरिए यह कहने की कोशिश कर रहा है कि मैं यहां हूं, जीवित हूं और मैं ही हमास को कमांड कर रहा हूं। सिनवार बताना चाहता है कि गाजा के बाहर जो कुछ भी चल रहा है उससे वह पूरी तरह अपडेट है।’ उन्होंने आगे कहा कि पत्र के जरिए याह्या सिनवार दिखाना चाहता है कि वह घरेलू मोर्चे, युद्ध का मैदान, राजनयिक मोर्चा और मध्यस्थता समेत कई मोर्चों को एक साथ डील कर सकता है। उनका मानना है कि ऐसे पत्र खास तौर से इजरायली जनता के लिए लिखे गए हैं, जिसमें सिनवार यह दिखाने के कोशिश कर रहा है कि वह अपना काम बिना किसी हस्तक्षेप के जारी रखे है।