
7000 कदम रोजाना चलने के मायने।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
भारत में बीते वर्षों में कैंसर, डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा तेजी से बढ़ा है। वैसे तो क्रोनिक बीमारियों का खतरा पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ा है, लेकिन बड़ी आबादी की वजह से भारत में इससे प्रभावितों का आंकड़ा भी ज्यादा रहता है। बीते साल डालबर्ग की स्टेट ऑफ स्पोर्ट्स एंड फिजिकल एक्टिविटी (एसएपीए) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में वयस्कों और किशोरों में इस तरह की क्रोनिक बीमारी की बड़ी वजह उनका सक्रिय जीवनशैली न अपनाना है। कई लोगों में शारीरिक सक्रियता विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के तय मानक से भी कम है।
