देश के अधिकांश हिस्से में मूसलाधार बारिश जारी है जिससे कई बड़ी नदियां उफान पर हैं। असम, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मध्य भारत में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश लगातार हो रही है और सात जिलों में अगले चौबीस घंटों के दौरान आकस्मिक बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पश्चिम बंगाल के भी कई हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है और कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के चांबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। विभाग ने राज्य के अलग-अलग स्थानों पर सोमवार तक भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी देते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रदेश में 225 सड़कें बंद हैं जिनमें सर्वाधिक प्रभावित मंडी जिले में 153 सड़कें शामिल हैं। 163 ट्रांसफार्मर और 174 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं। 1 जून से 8 जुलाई के बीच हिमाचल में 203.2 मिमी वर्षा हुई है, जबकि इस दौरान सामान्य तौर पर 152.6 मिमी वर्षा होती है। वर्षा जनित घटनाओं में अब तक 52 लोगों की जान जा चुकी है।
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सतलुज में पानी बढ़ा, फिरोजपुर में बाढ़.
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण सतलुज का जलस्तर बढ़ने से फिरोजपुर के टापू कालू वाला क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गया है। पंजाब में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश से मंगलवार को तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री नीचे गिर गया। मौसम विभाग ने बुधवार और बृहस्पतिवार को राज्य में बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
जम्मू संभाग में बादल फटने की आशंका
जम्मू संभाग में सक्रिय हुए मानसून से मंगलवार को कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। अगले दो दिन संभाग में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस अवधि में 100 से 200 मिलीमीटर तक बारिश होने से बादल फटने का खतरा है।
चंबा के चुराह में फटा बादल, फसलें तबाह
हिमाचल प्रदेश में जारी बारिश के दौर के बीच मंगलवार सुबह चंबा जिले के चुराह में तीन दिन बाद फिर बादल फटा है। इससे नाले में आई बाढ़ से खेतों में मक्की की फसल तबाह हो गई और नकरोड़-थल्ली मार्ग को नुकसान पहुंचा है। करसोग में 30 जून की रात बादल फटने के बाद आई बाढ़ में लापता ललित कुमार का शव मंगलवार को करला के पास सतलुज नदी से बरामद हुआ। मंडी जिले में आपदा में मरने वालों की संख्या 19 पहुंच गई है। बादल छाए रहने से गगल एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट और इंडिगो की दिल्ली से आने वाली उड़ानें रद्द हो गईं।
धनसिरी से नर्मदा तक खतरे के निशान से ऊपर
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, धनसिरी (दक्षिण) नदी असम के गोलाघाट और नुमलीगढ़ में, नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के मांडला में और वैनगंगा नदी महाराष्ट्र के भंडारा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालांकि, इन नदियों का पानी अब उतार पर है। इनके अलावा, असम, बिहार, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में कम से कम 11 जगहों पर भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और नदियों का पानी किनारे के निचले इलाकों और गांवों में घुस गया है। सीडब्ल्यूसी ने 35 बांधों और बैराजों के लिए चेतावनी जारी की है, जहां जल प्रवाह महत्वपूर्ण सीमा को पार कर गया है।
बागेश्वर धाम के पास दीवार गिरी, महिला की मौत
मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले में बागेश्वर धाम के पास रातभर हुई बारिश के कारण एक होम स्टे की दीवार गिर गई, जिसमें दबने से एक महिला की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए। हादसा मंगलवार तड़के हुआ। घायलों में तीन की हालत गंभीर बताई गई है। सभी पीड़ित उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और शाहजहांपुर के रहने वाले थे और बागेश्वर धाम दर्शन करने आए थे।
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10 से 14 जुलाई तक हिमाचल से राजस्थान, यूपी तक होगी बारिश
आईएमडी के अनुसार, एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण गुजरात और निचले क्षोभमंडल स्तर पर स्थित है। इसके अलावा अरब सागर से लेकर पश्चिम बंगाल तक और भी मौसम संबंधी प्रणालियां सक्रिय हैं। इसके प्रभाव से 14 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, 10 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, 11 जुलाई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 9 और 10 जुलाई को पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, 12-14 जुलाई के दौरान पश्चिमी राजस्थान, 10-14 जुलाई के दौरान पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है। 11 और 12 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में बहुत भारी बारिश हो सकती है।