इन्फोसिस देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। बेंगलुरु की इस कंपनी को दुनियाभर में कई सहायक कंपनियां हैं। अमेरिका में उसकी एक सहायक कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है। जानिए क्या है कंपनी पर आरोप…

IMS ने बिना किसी सुनवाई के मामले को सुलझाने के लिए DFR के साथ एक समझौता किया है। हालांकि, समझौते में IMS ने आरोपों को स्वीकार नहीं किया है। एक शेयर बाजार फाइलिंग में कहा गया है कि आदेश जारी होने के 30 दिनों के अंदर, IMS को $125,000 का जुर्माना भरना होगा। इसका मतलब है कि IMS को लगभग 1 करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा।
मार्च में IMS ने एक और समझौता किया था। यह समझौता साइबर हमले से जुड़े क्लास-एक्शन मुकदमों को निपटाने के लिए था। IMS ने इस समझौते के लिए $17.5 मिलियन का योगदान दिया। यह रकम लगभग 140 करोड़ रुपये है। इस समझौते में IMS और उसके कुछ ग्राहकों के खिलाफ दावों को शामिल किया गया है।
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साइबर हमला
साल 2023 में McCamish Systems पर एक साइबर हमला हुआ था। इस हमले से McCamish के कुछ एप्लीकेशन और सिस्टम काम करना बंद कर दिए थे। इन्फोसिस McCamish एक BPO कंपनी है। यह कंपनी वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में काम करती है। यह जीवन बीमा, एन्युटी प्रोडक्ट्स और रिटायरमेंट योजनाओं जैसी सेवाएं देती है।
साइबर हमला एक ऐसा हमला होता है जिसमें कोई व्यक्ति या समूह कंप्यूटर सिस्टम में घुसकर डेटा चुराता है या सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। यह हमला इंटरनेट के माध्यम से किया जाता है। साइबर हमले से कंपनियों और व्यक्तियों को बहुत नुकसान हो सकता है। इसलिए, साइबर सुरक्षा बहुत जरूरी है।