इजरायल ने शुक्रवार को बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय को हवाई हमले में उड़ा दिया था। इजरायल ने कहा है कि हमले के समय हिजबुल्लाह प्रमुख नरसल्लाह इमारत में मौजूद था। नसरल्लाह मारा गया या जिंदा है, अभी इस बारे में साफ पता नहीं चल पाया है। हालांकि, इजरायली सैन्य सूत्रों ने कहा कि इतने बड़े हमले में उसका बचना मुश्किल है।
‘नसल्लाह की मौत से समस्या नहीं हल होगी’
ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार अली लारीजानी ने कहा कि इजरायल लाल रेखा को पार कर रहा है और स्थिति गंभीर होती जा रही है। नसरल्लाह की हत्या की अटकलों के बीच लारीजानी ने कहा, ‘हत्याओं से इजरायल की समस्या हल नहीं होगी। प्रतिरोध के नेताओं की हत्या के साथ दूसरे उनकी जगह ले लेंगे।’
लारीजानी ने कहा, ‘प्रतिरोध के पास मजबूत कमांडर और कैडर हैं। जो कमांडर शहीद होता है, उसकी जगह कोई और लेगा।’लेबनान स्थिति ईरानी दूतावास ने हमले को ‘निंदनीय अपराध’ बताते हुए एक्स पर लिखा कि ‘यह खेल के नियमों को बदल देता है’ और इजरायल की ‘उचित दंड’ मिलेगा।
इजरायली हमले में हिल गया बेरूत
शुक्रवार को हुए इजरायली हमले ने बेरूत को हिला दिया। हमले के बाद शहर के ऊपर धुएं के बादल छा गए। हिजबुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने कह कि इजरायली हमलों में छह इमारतें ध्वस्त हो गईं। हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच लगभग एक साल से चल रहे संघर्ष में यह बेरूत पर सबसे बड़ा हमला था।
एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि हिजबुल्लाह के शीर्ष अधिकारी आमतौर पर उस जगह इकठ्ठा होते हैं, जिसे निशाना बनाया गया था। इजरायल ने हाल के हफ्तों में हिजबुल्लाह समूह के अधिकांश वरिष्ठ नेतृत्व को खत्म कर दिया है।