महाराष्ट्र की राजनीति में उलटफेर की संभावना हमेशा बनी रहती है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार पार्टी (NCP SP) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल है।जयंत पाटिल, शरद पवार के करीबी माने जाते हैं। वे लंबे समय से उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।

कैसे शुरू हुई चर्चा?
दरअसल जयंत पाटील के बीजेपी में जाने की चर्चा ऐसे समय में हो रही है, जब उनके एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात सामने आई थी। हालांकि, विधायक जितेंद्र आव्हाड और सांसद सुप्रिया सुले ने इस खबर का खंडन किया था। उन्होंने कहा था कि जयंत पाटील ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन इसके बावजूद जयंत पाटील के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा तेज है। कहा जा रहा है कि सब कुछ तय हो गया है। अब केवल टॉप मंत्रालय मिलने का इंतजार है। इसके बाद जयंत पाटील बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि यह सब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर निर्भर करता है।
कहां पर अटकी बीजेपी में जाने की बात?
‘एबीपी माझा’ के सूत्रों के अनुसार, जयंत पाटील की बीजेपी में एंट्री को लेकर राज्य के बीजेपी नेताओं के साथ दो बार बातचीत हो चुकी है। जयंत पाटील राज्य मंत्रिमंडल में टॉप पांच में से एक मंत्रालय चाहते हैं। लेकिन, वर्तमान स्थिति में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए ऐसा मंत्रालय देना मुश्किल है। इसलिए जयंत पाटील का बीजेपी में प्रवेश अटका हुआ है। यह भी जानकारी है कि बीजेपी के कुछ लोग जयंत पाटील के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जयंत पाटील के बीजेपी में शामिल होने का मुहूर्त कब निकलता है।
जयंत पाटील को मंत्रालय देने में कैसा पेंच?
जयंत पाटील पहले भी वित्त, गृह, ग्राम विकास और जल संसाधन जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसलिए बीजेपी को उन्हें उसी तरह का टॉप मंत्रालय देना होगा। लेकिन वर्तमान में तीन बड़ी पार्टियों की सरकार है। वित्त मंत्रालय एनसीपी अजित पवार गुट के पास है, जबकि गृह मंत्रालय खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है। इसलिए बीजेपी के लिए टॉप 5 मंत्रालयों में से एक जयंत पाटील को देना मुश्किल होगा। इसी वजह से जयंत पाटील का पार्टी में प्रवेश अटका हुआ है। अब देखना यह है कि क्या बीजेपी भविष्य में जयंत पाटील को मनाने में सफल होती है या नहीं।