क्रेमलिन ने मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) को कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस धमकी पर विचार कर रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर 50 दिनों के अंदर यूक्रेन युद्ध को लेकर कोई शांति समझौता नहीं हुआ, तो अमेरिका रूप पर भारी टैरिफ लगाएगा।
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष रूसी सुरक्षा अधिकारी और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्रंप की इस चेतावनी को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नाटकीय अल्टीमेटम है और रूस को इसकी कोई परवाह नहीं है।
ट्रंप ने रूस पर भारी टैरिफ लगाने की दी धमकी
इस बीच, ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका यूक्रेन को और हथियार देने के लिए एक समझौता कर रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि निर्धारित समय सीमा के भीतर शांति समझौता नहीं हुआ, तो रूस से आने वाले सामान पर भारी टैरिफ लगाया जाएगा।
जमीनी स्तर पर युद्ध अभी भी जारी है। रूसी क्षेत्रीय अधिकारियों ने कहा कि वोरोनिश, लिपेत्स्क और ब्रांस्क क्षेत्रों में रातभर हुए यूक्रेनी ड्रोन हमलों में कम से कम 18 लोग घायल हुए हैं।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस पर बढ़ रहा दबाव
वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस पर दबाव और बढ़ रहा है। यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख काजा कल्लास ने कहा कि यूरोपीय संघ रूस पर नए प्रतिबंध लगाने के बेहद करीब है। इसी दबाव को दोहराते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर यूक्रेन पर 50 दिनों के भीतर कोई समझौता नहीं हुआ, तो वे रूस पर 100 प्रतिशत ‘द्वितीयक शुल्क’ लगा देंगे।
मार्क रूट के साथ बैठक में ट्रंप ने पुतिन के प्रति निराशा व्यक्त की
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को व्हाइट हाउस में नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ बैठक की। इस दौरान ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रति निराशा व्यक्त की और धमकी दी कि अगर 50 दिनों के भीतर कोई समझौता नहीं होता है, तो वे कड़े टैरिफ लगा देंगे। इसे द्वितीयक टैरिफ कहा जाएगा।
युद्ध पर अब तक 350 अरब डॉलर खर्च कर चुका अमेरिका
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका रूस और यूक्रेन युद्ध पर अब तक 350 अरब डॉलर खर्च कर चुका है और वह अब इसे खत्म होता देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा युद्ध नहीं है, यह बाइडन का युद्ध था। मैं तो इसे खत्म करने की कोशिश कर रहा हूं।’ ट्रंप ने यह भी कहा कि वह पुतिन से निराश हैं। उन्हें उम्मीद थी कि दो महीने पहले ही कोई समझौता हो जाएगा, लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा। ट्रंप ने कहा, ‘अगर 50 दिनों में कोई समझौता नहीं हुआ, तो हम भारी टैरिफ लगाएंगे और यह बहुत सख्त होंगे। मुझे उम्मीद है कि ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन फिर भी हम तैयार हैं।’
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अमेरिका से हथियार खरीदकर यूक्रेन को देगा नाटो
ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका एक बड़ा सौदा कर रहा है, जिसके तहत नाटो अमेरिका से हथियार खरीदेगा और फिर रूस के साथ चल रहे युद्ध के बीच उन्हें यूक्रेन को देगा। उन्होंने कहा, ‘हम सबसे अच्छे सैन्य हथियार बनाते हैं, चाहे वह मिसाइलें हों या कुछ और। ये हथियार जल्दी ही युद्ध के मैदान में पहुंचाए जाएंगे।’
पूर्व राष्ट्रपति बाइडन की आलोचना की
ट्रंप ने युद्ध को लेकर पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की आलोचना की। उन्होंने फिर से कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध कभी नहीं होता। उन्होंने दावा किया कि बाइडन की गलत नीतियों की वजह से यह युद्ध शुरू हुआ। ट्रंप ने कहा, ‘मैं पहले कहता था कि हर दिन 5,000 सैनिक मारे जा रहे हैं, लेकिन अब संख्या और ज्यादा हो गई है। यह बहुत भयानक युद्ध है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।’
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