पीटीआई, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने 2023 के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े जेल कट्टरपंथीकरण यानी प्रिजन रेडिकलाइजेशन से जुड़े मामले में मंगलवार को कर्नाटक के दो जिलों में छापेमारी कर एक जेल मनोचिकित्सक और एक सशस्त्र रिजर्व पुलिस कर्मी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
डिजिटल डिवाइसेज, नकदी, सोना और दस्तावेज जब्त
अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों पर पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी समूह से जुड़े जेल कट्टरपंथीकरण मामले में संलिप्तता का आरोप है।
पांच स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया
एनआइए ने बेंगलुरु और कोलार जिलों में कुल पांच स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें डिजिटल डिवाइसेज, नकदी, सोना और दस्तावेज जब्त किए गए।
जिहादी सोच को तैयार किया जा रहा था
जांच एजेंसी को जानकारी मिली थी कि जेल में बंद कई कैदियों के द्वारा जेल में बंद दूसरे आरोपितों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने और उसके अंदर जिहादी सोच को तैयार करके बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार कर रहे हैं।
आरोपितों का बयान दर्ज
लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केस को दर्ज करके जांच का दायरा आगे बढ़ाया गया और उसके बाद कई आरोपितों का बयान दर्ज करने के बाद आठ जुलाई को कई स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद तीन प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया।