प्रवर्तन निदेशालय ने तीन कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी नोएडा और लखनऊ में की गई है। ईडी ने 116 बैंक खातों को फ्रीज कर लिया है। कंपनियों के परिसर से कई डिजिटल उपकरण, वित्तीय दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को जब्त किया गया है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि बरामद साक्ष्यों के आधार पर ईडी ने इन संस्थाओं से जुड़े कई बैंकों में 116 खातों को फ्रीज कर दिया है। अब तक 16 बैंक खातों से 103 करोड़ रुपये से अधिक की अपराध से अर्जित आय फ्रीज करने की पुष्टि हुई है।
ईडी ने बताया कि छापे की कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत नोएडा और लखनऊ में स्थित तीन संदिग्ध शेल कंपनियों किंडेंट बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, रेनेट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और मूल बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। इन कंपनियों का संचालन फर्जी निदेशकों की तरफ से किया जा रहा था। ये खुद को आईटी फर्म बताकर वॉलेट आधारित एपीआई, घरेलू धन हस्तांतरण, आधार आधारित भुगतान प्रणाली और बिल भुगतान समाधान की पेशकश कर रही थीं।
इन कंपनियों में 10 से 30 तक स्टाफ तैनात था, लेकिन कई कर्मचारियों ने खुद माना कि कोई असली काम वहां नहीं होती थी और उन्हें कंपनी के असली कामकाज की जानकारी तक नहीं थी। कंपनियों के अधिकारी खुद को देशभर में क्लाइंट बेस कंपनी बताने की कोशिश की, लेकिन ईडी को कई फर्जी और कागजी क्लाइंट्स के सबूत मिले हैं।