चीन और पाकिस्तान की बीते कई वर्षों से तनातनी देखी जाती रहा है। दोनों देश प्रतिद्वंद्वी हैं लेकिन पाकिस्तान दोनों ही देशों के लिए लंबे समय से चहेता बना रहा है।

पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा है कि इस्लामाबाद चीन और अमेरिका दोनों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।डार ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका के साथ उसकी साझेदारी को चीन के साथ उसके घनिष्ठ संबंधों में किसी कमी की तरह से नहीं देखा जाना चाहिए। न्यूयॉर्क स्थित महावाणिज्य दूतावास में पाकिस्तानी समुदाय को संबोधित करते डार ने कहा कि चीन और अमेरिका दोनों उसके सहयोगी हैं।
हम अमेरिकी मध्यस्थता के लिए तैयार
डार ने इस दौरान कहा कि पाकिस्तान की कोशिश भारत विवाद को शांति से सुलझाने पर है। उन्होंने कहा कि इसमें कश्मीर सबसे अहम है, कश्मीर मुद्दे के समाधान से क्षेत्रीय विकास, पर्यटन और निवेश को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान अमेरिकी मध्यस्थता के लिए तैयार है लेकिन ये भारत की सहमति से ही हो सकता है।इशाक डार ने कहा कि अगर अमेरिका सक्रिय भूमिका निभाए तो कश्मीर विवाद सुलझ सकता है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान यात्रा की संभावना का स्वागत किया। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा किया जाना बाकी है। पाकिस्तान में आतंक को पनाह मिलने के मुद्दे पर डार ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) को पहले ही खत्म कर दिया गया है और अमेरिका ने टीआरएफ के खिलाफ भी कोई सबूत नहीं दिया है।
इशाक डार ने इस दौरान यह दावा भी किया कि दुनिया में पाकिस्तान की साख बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान अब राजनयिक अलगाव के दौर से उबर चुका है, आज दुनिया में इस इस्लामाबाद के कई अच्छे दोस्त हैं। आज पााकिस्तान के बुरे वक्त में कई देश खुलकर उसके साथ खड़े हो रहे हैं। यह हमारे लिए एक बड़ी सफलता है।