संभल के जुनावई के गांव हरगोविंदपुर में शनिवार की दोपहर तक गांव में सन्नाटा पसरा रहा, इस खामोशी को परिजनों की सिसकियां तोड़ रही थीं। जब पांच शव एक साथ गांव पहुंचे, तो चीत्कार मच गई। इन शवों में दूल्हा सूरज, उनकी बहन कोमल, चाची आशा, चचेरी बहन एश्वर्या और कार चालक रवि का शव शामिल था।
असदपुर घाट पर इन पांचों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं दूसरी ओर बुलंदशहर के गांव हिंगवाड़ा निवासी दंपती सचिन, उनकी पत्नी मधु और खुर्जा निवासी देवा के दो वर्षीय बेटे गणेश का शव उनके परिजन गांव ले गए।
Trending Videos
2 of 17
विलाप करते परिजनों से मिलतीं एसडीएम
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बिल्सी के गांव सिरसौल के लिए रवाना हुई थी बरात
अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस प्रशासन के अधिकारी व फोर्स एहतियाती तौर पर मुस्तैद दिखाई दी। पीड़ित परिवारों को अधिकारियों ने हर संभव मदद किए जाने का भरोसा दिलाया है। शुक्रवार की शाम सूरज की बरात बदायूं की तहसील बिल्सी के गांव सिरसौल के लिए रवाना हुई थी।
3 of 17
हादसे के बाद विलाप करते परिजन
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
इंटर कॉलेज की दीवार से जा टकराई थी कार
करीब 7:30 बजे जुनावई के नजदीक तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर पलट गई थी और एक इंटर कॉलेज की दीवार से जा टकराई थी। इसमें मौके पर पांच लोगों ने दम तोड़ दिया था। बाद में तीन और लोगों की जान चली गई थी।
4 of 17
सूरज के घर में बिलखते बच्चे
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बुलंदशहर के खुर्जा निवासी देव की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि तीन वर्षीय बालिका हिमांशी की हालत में पूरी तरह सुधार है। हादसे के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए थे। इसमें पांच शवों का पोस्टमार्टम बहजोई के नजदीक बहापुर में स्थित बहापुर में हुआ।
5 of 17
विलाप करते परिजन
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
तीन शवों का पोस्टमार्टम अलीगढ़ में किया गया है। शनिवार की दोपहर बाद पांच शव हरगोविंदपुर पहुंचे तो हर तरफ से चीखपुकार की आवाज सुनाई दे रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पासी समाज के किसी घर में खाना नहीं बना है। शुक्रवार की रात हादसे के चलते खाना नहीं बना था और अब गमगीन माहौल में लोगों ने खाना नहीं बनाया है।