• Mon. Sep 30th, 2024

24×7 Live News

Apdin News

Simaria Assembly Elections 2024: बीजेपी का गढ़ बचा पाएंगे किशुन दास? जेएमएम ने बनाई है खास रणनीति – simaria jharkhand assembly election 2024 voting result date candidates list jmm bjp chunav schedule

Byadmin

Sep 30, 2024


चतराः झारखंड में चतरा जिले के सिमरिया विधानसभा सीट को आरएसएस-बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन अब यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी को घेरने की पुख्ता रणनीति तैयार की है। वर्ष 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार किशुन दास को आजसू पार्टी के मनोज चंद्रा ने कड़ी टक्कर दी थी, परंतु इस बार मनोज चंद्रा के सहारे जेएमएम ने बीजेपी के किला को ध्वस्त करने की रणनीति बनाई है।

मनोज चंद्रा के आजसू पार्टी छोड़ने के साथ ही किशुन दास मजबूत

वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू पार्टी के बीच गठबंधन नहीं हो पाया था। लेकिन इस बार के चुनाव में तालमेल लगभग तय है। ऐसे में सिटिंग सीट होने के कारण बीजेपी का सिमरिया सीट पर दावा मजबूत है, हालांकि दूसरे स्थान पर रहने के कारण आजसू पार्टी सिमरिया की जगह किसी अन्य सीट देने का दबाव बीजेपी पर बना रही है। इसके बावजूद किशुन दास की बड़ी चिंता खत्म हो गई है। आजसू पार्टी उम्मीदवार के खड़े होने से वोटों का बिखराव नहीं होगा, जिससे बीजेपी को फायदा मिलने की उम्मीद है।

जेएमएम उम्मीदवार के रूप में मनोज चंद्रा होंगे मैदान में

दूसरी तरफ वर्ष 2023 में ही मनोज चंद्रा आजसू पार्टी छोड़ कर सीएम हेमंत सोरेन की मौजूदगी में जेएमएम में शामिल हो गए। जेएमएम में शामिल होने के बाद वो लगातार क्षेत्र में सक्रिय है। वहीं सिमरिया विधानसभा सीट कांग्रेस और आरजेडी की कोई खास मजबूत दावेदारी नहीं है, ऐसे में यह माना जा रहा है कि मनोज चंद्रा जेएमएम टिकट पर सिमरिया विधानसभा सीट से इंडिया अलायंस के उम्मीदवार के यप में चुनाव मैदान में होंगे।

2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बढ़त

वर्ष 2024 में चतरा लोकसभा सीट के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को बड़ी बढ़त हासिल हुई। लोकसभा चुनाव में सिमरिया क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी भी चुनाव प्रचार करने के लिए आए थे। इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी काली सिंह को 1.40 लाख वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 66 हजार मतों से ही संतोष करना पड़ा।

उम्मीदवार का नाम पार्टी प्राप्त मत
काली सिंह भाजपा 140884
केएन त्रिपाठी कांग्रेस 66271

किशुन दास ने बीजेपी का 12 वर्षों का वनवास तोड़ा

2019 के विधानसभा चुनाव में किशुन दास ने भाजपा का 12 वर्षों का वनवास तोडत्रा। इससे पहले सिमरिया सीट पर बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक के उम्मीदवार ने 2009 और 2014 में जीत हासिल की। 2009 में झाविमो के जयप्रकाश भोक्ता ने जीत हासिल की, जबकि 2014 में गणेश गंझू को सफलता मिली।

वर्ष 2019 में चतरा सीट का चुनाव परिणाम

उम्मीदवार का नाम पार्टी प्राप्त मत
किशुन दास भाजपा 61438
मनोज कुमार चंद्रा आजसू पार्टी 50442

वर्ष 2014 में चतरा सीट का चुनाव परिणाम

उम्मीदवार का नाम पार्टी प्राप्त मत
गणेश गंझू झाविमो 67404
सुजीत कुमार भारती भाजपा 51764

वर्ष 2009 में चतरा सीट का चुनाव परिणाम

उम्मीदवार का नाम पार्टी प्राप्त मत
जयप्रकाश भोक्ता झाविमो 34007
गणेश गंझू जेएमएम 25982

सबसे अधिक 4 बार उपेंद्रनाथ दास ने जीत हासिल की

सिमरिया विधानसभा सीट से सबसे अधिक 4 बार उपेंद्रनाथ दास को सफलता मिली। उपेंद्रनाथ दास ने 1977, 1990, 1995 और 2005 में जीत हासिल की। विधायक रहने के दौरान 2007 में उनका निधन हो गया। उपेंद्रनाथ ने पहली बार जनता पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी और बाद में तीन बार बीजेपी टिकट पर जीत हासिल की। पार्टी में उनकी पहचान प्रखर वक्ता के रूप में थी।

सिमरिया सीट पर बीजेपी को 4 बार मिली सफलता

सिमरिया विधानसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आया। जिसके बाद इस सीट पर एक बार जनसंघ और चार बार बीजेपी को सफलता मिली। कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा उम्मीदवार की दो-दो बार जीत हुई, वहीं आरजेडी और भाकपा उम्मीदवार को भी एक-एक बार चतरा सीट पर सफलता मिली।

वर्ष उम्मीदवार का नाम पार्टी

वर्ष उम्मीदवार का नाम पार्टी
1977 उपेंद्रनाथ दास जनता पार्टी
1980 ईश्वरी राम पासवान कांग्रेस
1985 ईश्वरी राम पासवान कांग्रेस
1990 उपेंद्रनाथ दास भाजपा
1995 उपेंद्रनाथ दास भाजपा
2000 योगेंद्र नाथ बैठा आरजेडी
2005 उपेंद्रनाथ दास भाजपा
2007 रामचंद्र राम भाकपा
2009 जयप्रकाश सिंह भोक्ता जेवीएम
2014 गणेश गंझू जेवीएम
2019 किशुन दास

विस्थापन, पलायन और सिंचाई बड़ी समस्या

सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में विस्थापन, सिंचाई सुविधा का अभाव और रोजगार के अभाव में पलायन बड़ी समस्या है। क्षेत्र के हजारों विस्थापितों को अधिकार नहीं मिला, जबकि रोजगार नहीं मिल जाने के कारण हर साल लाखों लोगों का पलायन क्षेत्र से होता है।

By admin